देहरादून 25 दिसम्बर, 2022 (सू.ब्यूरो)
प्रेस नोट-01(12/93)
पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी कुशल प्रशासक, राजनीतिज्ञ एवं लोकप्रिय जन नेता थे वे एक ऐसे महान वक्ता थे, जिन्हें समाज के सभी वर्गों के लोग प्यार और आदर करते थे। श्री वाजपेयी सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं में शामिल हैं। उनके लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि था। अटल जी उत्तराखण्ड राज्य के प्रणेता हैं, उन्होंने न केवल उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण किया बल्कि इसके विकास के लिए आधार भी तैयार किया।
देहरादून 25 दिसम्बर, 2022 (सू.ब्यूरो)
पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी कुशल प्रशासक, राजनीतिज्ञ एवं लोकप्रिय जन नेता थे वे एक ऐसे महान वक्ता थे, जिन्हें समाज के सभी वर्गों के लोग प्यार और आदर करते थे। श्री वाजपेयी सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं में शामिल हैं। उनके लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि था। अटल जी उत्तराखण्ड राज्य के प्रणेता हैं, उन्होंने न केवल उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण किया बल्कि इसके विकास के लिए आधार भी तैयार किया।
देहरादून 25 दिसम्बर, 2022 (सू.ब्यूरो)
प्रेस नोट-02(12/94)
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में पेशावर कांड के नायक वीर चन्द्र सिंह ‘गढ़वाली‘ की जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी ने देश की आजादी के लिये आन्दोलनरत निहत्थी जनता पर गोली चलाने के आदेश को न मानकर महान देशभक्ति और साहस का परिचय दिया था। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के लिए ‘पेशावर कांड‘ एक महत्वपूर्ण पड़ाव था। भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के आंदोलन में यह घटना मील का पत्थर साबित हुई, जिसने भविष्य के लिए एक क्रांतिकारी आधार तैयार किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में पेशावर कांड के नायक वीर चन्द्र सिंह ‘गढ़वाली‘ की जयंती पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली जी ने देश की आजादी के लिये आन्दोलनरत निहत्थी जनता पर गोली चलाने के आदेश को न मानकर महान देशभक्ति और साहस का परिचय दिया था। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी के लिए ‘पेशावर कांड‘ एक महत्वपूर्ण पड़ाव था। भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के आंदोलन में यह घटना मील का पत्थर साबित हुई, जिसने भविष्य के लिए एक क्रांतिकारी आधार तैयार किया।