देहरादून:
दून में अब दवाओं की डिलीवरी ड्रोन के माध्यम से की जाएगी। वहीं, डायग्नोस्टिक सैंपल एकत्र करने में भी ड्रोन की मदद ली जाएगी। टाटा 1एमजी ने दून में ड्रोन सर्विस की शुरुआत की है। ताकि सड़क पर जाम के कारण होने वाली देरी से बचा जा सके और तेजी से नमूने एकत्र और दवा का वितरण किया जा सके।
टाटा 1एमजी ने दून में तीन एकीकृत फार्मेसी एवं डायग्नोस्टिक्स स्टोर और डायग्नोस्टिक लैब खोलकर उत्तराखंड में अपनी उपस्थिति दर्जा कराई है। ड्रोन का उपयोग शहर के विभिन्न हिस्सों से सैंपल एकत्र करने और उन्हें टाटा 1एमजी लैब में लाने के लिए किया जाएगा। दूरदराज के इलाकों में दवाएं पहुंचाने के लिए भी इनका इस्तेमाल किया जाएगा। टाटा 1एमजी के चीफ आपरेटिंग आफिसर तन्मय सक्सेना ने बताया कि दून में रेसकोर्स, वसंत विहार और किशननगर में स्टोर खोले गए हैैं। इससे हरिद्वार, मसूरी और ऋषिकेश तक भी पहुंच बढ़ेगी। जल्द ही दून और उत्तराखंड के अन्य हिस्सों में भी स्टोर खोले जाएंगे। उन्होंने बताया कि ड्रोन सर्विस के लिए अग्रणी ड्रोन लाजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर टीएसएडब्ल्यू ड्रोन्स के साथ पार्टनरशिप की गई है। एक ड्रोन छह किलो तक का पेलोड ले जा सकता है और 100 किमी की हवाई दूरी तय कर सकता है। किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए ड्रोन उड़ाने में सभी आवश्यक सावधानी बरती जा रही है। उड़ान भरने से पहले और बाद में ड्रोन के लिए एक अग्रिम जांच की व्यवस्था की है। आपातकालीन लैंडिंग की स्थिति में ड्रोन नजदीकी लोकेशन को पता लगाने में सक्षम होगा। नमूना परिवहन के सभी घटक तापमान नियंत्रित होंगे और उड़ान के दौरान तापमान की नियमित निगरानी के लिए प्रौद्योगिकी से लैस होंगे।