देहरादून
दिनांक 19/09/22 को वादी श् आलोक भार्गव पुत्र बनवारी लाल निवासी ब्रह्म लोक कॉलोनी, सेवला खुर्द, कोतवाली पटेलनगर, जनपद देहरादून ने चौकी आईएसबीटी आकर सूचना दी कि दिनाँक 05/09/22 को उनके पिताजी का देहांत हो गया था, जिस कारण वह अपने मूल निवास ऋषिकेश में सपरिवार चले गए थे। दिनाँक 19/09/22 को वापस अपने ब्रह्मलोक वाले निवास पर आए तो देखा कि उनके मकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों द्वारा घर मे रखी सम्पूर्ण ज्वेलरी (2 कंगन, 2 हार, 3 अंगूठियां, 4 झुमके आदि) को चोरी कर लिया गया था। 20/09/22 को पुलिस टीम द्वारा घटना में संलिप्त अभियुक्तगणों को चंद्रबनी रोड, थाना पटेल नगर से मय चोरी किए गए माल के साथ गिरफ्तार किया गया।
*नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तगण:-*
1- आशीष कश्यप पुत्र सुनील कुमार निवासी मोहल्ला मौसमपुरी, थाना पिलखुवा, जनपद- हापुड़, उम्र 23 वर्ष।
2- रोहित तोमर पुत्र गोविंद निवासी रघुनाथपुर थाना हापुड़, जनपद- हापुड़, उम्र 21 वर्ष।
3- शाहरुख पुत्र याकूब निवासी मोहल्ला रेलवे रोड मंडी पिलखुवा, थाना पिलखुवा, जनपद- हापुड़, उम्र 22 वर्ष।
4- तरुण शर्मा पुत्र अनिल शर्मा निवासी मोहल्ला साकेत रोड पिलखुआ हापुड़, जनपद- हापुड़, उम्र 22 वर्ष।
पूछताछ में अभियुक्त शाहरूख द्वारा बताया गया कि वह पूर्व में अपने एक मित्र से मिलने पटेलनगर के ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में आया था। इस दौरान उसने कई मकानों की रैकी की थी, इसके पश्चात घटना से कुछ दिन पूर्व वह अपने एक साथी रोहित तोमर के साथ दोबारा देहरादून आया तथा उनके द्वारा सेवालांखुर्द क्षेत्र में एक बन्द मकान को चिन्हित किया गया था।
घटना को अंजाम देने के लिये मेरे द्वारा अपने साथ अपने दो अन्य साथियों रोहित तोमर तथा तरूण शर्मा को शामिल कर लिया गया, रोहित पूर्व में गाजियाबाद के कविनगर थाने से लूट व चोरी के कई मामलों में जेल जा चुका है। दिनांक: 18-09-22 की रात्रि हमारे द्वारा योजना के मुताबिक चिन्हित किये गये घर में चोरी की घटना को अजांम दिया गया था। इसके पश्चात हम चारों देहरादून में ही एक एकांत स्थान पर छुप गये थे तथा आज वापस पिलखुवा भागने की फिराक में थे, पर उससे पूर्व ही पुलिस द्वारा हमें गिरफ्तार कर लिया गया।
अभियुक्त रोहित जिला गाजियाबाद का एक शातिर गैंगस्टर है, जो कविनगर थाने से चोरी व लूट के कई मामलों में जेल जा चुका है, अभियुक्त शाहरूख पिलखुवा में एक निजी संस्थान में बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र है, जो पूर्व मे थाना पिलखुवा से चोरी तथा नकबजनी की घटनाओं में जेल जा चुका है, अभियुक्त आशीष द्वारा बीटैक किया गया है और तरूण पिलखुवा में ही दिहाडी मजदूरी का कार्य करता हैं।
घटना को अजांम देने के उपरान्त पुलिस की सक्रियता कम होने तक किसी एकांत स्थान पर छुपे रहते हैं तथा इस दौरान चोरी किये गये माल का आपस में बंटवारा करके मौका लगते ही यहां से निकलकर अपने गंतव्य को निकल जाते हैं।
*बरामदगी का विवरण:
01- दो कंगन पीली धातु के,
02- तीन अंगूठियां पीली धातु,
03- दो हार पीली धातु,
04- चार झुमके कान के,
05- दो बड़े पेचकस
06- एक डिजाइन किया हुआ लोहे की रॉड (ताला/कब्जा/कुन्डा तोड़ने के लिए),
07- एक रिंच