उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत हार के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. ऐसे में पार्टी द्वारा कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. लेकिन रणजीत रावत झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने फिर हरीश रावत पर निशाना साधा है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद प्रदेश कांग्रेस के भीतर तूफान मचा हुआ है. वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता एक दूसरे पर हार ठीकरा फोड़ रहे हैं. उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत हार के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. ऐसे में पार्टी द्वारा कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. लेकिन रणजीत रावत झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा है कि पार्टी में सिस्टम ठीक होना चाहिए. पार्टी में एक विधान, एक संविधान होता है तो जिन-जिन लोगों ने बयान दिए हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
उत्तराखंड कांग्रेस में हार का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ने की कोशिश की जा रही है और कांग्रेसी नेता एक दूसरे पर हार को लेकर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया. वहीं हरीश रावत ने भी साफ कर दिया है कि यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए. ऐसे में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.
इस मामले में केंद्रीय पर्यवेक्षक अविनाश पांडे का कहना है कि पद पर बैठे हुए लोगों को इस तरह के बयान देने से बचना होगा. उन्होंने बताया कि रणजीत रावत पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है. अविनाश पांडे का कहना है कि बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बयान था, उन्होंने कहा कि पार्टी अनुशासन को लेकर पूरी तरह से तटस्थ है, चाहे कोई भी कितना बड़ा नेता है, अगर वह पार्टी का अनुशासन को लांघता है तो उसे पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी.
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बीजेपी को ‘वाकओवर’ देने की बात हो या ‘मोदी तुझ से बैर नहीं, भाजपा तेरी खैर नहीं’ जैसी जितनी भी बयानबाजी हुई हैं, उनमें कार्रवाई की है तो निश्चित तौर पर मेरे खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. आज भी आप कार्रवाई करते हैं मैं अपने को सौभाग्यशाली महसूस करूंगा की पार्टी को ठीक करने के लिए मेरा इस्तेमाल हुआ.
पार्टी में सिस्टम ठीक होना चाहिए. पार्टी में एक विधान, एक संविधान पार्टी में होता है तो जिन-जिन लोगों ने बयान दिए हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. पार्टी ने एक बार नहीं कई बार कहा है कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव होगा, उसके बाद भी बड़े-बड़े पदों पर बैठे लोगों ने कहा कि सीएम चेहरा घोषित होना चाहिए, ये सारी चीजें उसमें लेनी चाहिए. मैं व्यक्ति रूप से कह रहा हूं और जिम्मेदारी ले रहा हूं कि जो भी कार्रवाई होगी उसका स्वागत करूंगा.
दरअसल, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोपों के बाद पार्टी ने इसे गैर जिम्मेदाराना बयान बताया है. इसके लिए रणजीत रावत को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. पार्टी का साफ तौर पर कहना है कि चाहे कोई कितनी भी बड़े पद पर बैठा हुआ नेता हो, यदि वह अनुशासन को लांघता है तो उसे पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने वाली है.