स्थान / चमोली
रिपोर्ट / गिरीश चंदोला
चमोली सिद्धपीठ कुरुड़ से आज सुरु हुआ माँ नन्ददेवी लोकजात का आगाज। कोरोना के चलते सीमित संख्या में यात्रा में शामिल हुए लोग।मां नंदा देवी की प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली लोकजात शुक्रवार को सिद्धपीठ कुरुड़ से विधि विधान के साथ शुरु हो गई है। पूजा अर्चना कर यात्रा का शुभारंभ किया गया। यहां क्षेत्रीय ग्रामीणों ने मां नंदा की पूजा- अर्चना कर मनौतियां मांगी।
कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन की ओर से सीमित लोगों की मौजूदगी में यात्रा आयोजन की अनुमति प्रदान की गई है। ऐसे में इस वर्ष लोकजात का आयोजन सादे समारोह के साथ किया जाएगा। प्रशासनिक नियमों और कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष मेले का भी आयोजन नहीं किया गया है। शुक्रवार को कुरुड़ के गौड़ ब्राह्मणों ने ब्रहम मुहूर्त में सुबह 5 बजे विशेष पूजा अनुष्ठान के बाद दशोली व बधांण की मां नंदा की चलत विग्रह डोलियों को गर्भ गृह से मंदिर परिसर में लाया गया। जहां पूरे दिन चली विशेष पूजा अर्चना के बाद देर शाम करीब 5 बजे यहां मां नंदा के जयकारों के साथ दशोली और बधांण की मां नदां की डोलियां लोकजात यात्रा के पहले पड़ाव चरबंग के लिये रवाना हुई।
यात्रा आगामी 14 दिनों तक विभिन्न पडावों को होते हुए बालटपा और वेदनी बुग्याल पहुंचेगी। जहां नंदा सप्तमी की पूजा के बाद जहां दशोली की नंदा सिद्धपीठ कुरुड पहुंचेगी। वहीं बधांण की नंदा छह माह प्रवास के लिये अपने ननिहाल देवराड़ा गांव पहुंचेगी।