कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए हर वर्ष बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जाने वाली नरसिंह जयंती को सूक्ष्म रूप से मनाया गया नरसिंह मंदिर मैं हर वर्ष नरसिंह जयंती के दिन हजारों की संख्या में भक्त भगवान नरसिंह के दर्शनों के लिए पहुंचते थे लेकिन इस बार लोगों को यह सौभाग्य प्राप्त नहीं हो पाया जोशीमठ नरसिंह मंदिर देव पूजा समिति के सदस्यों और मंदिर से जुड़े हुए सभी पुजारियों ने भगवान नरसिंह के जन्म की विधि विधान के साथ पूजा और भगवान नरसिंह का अभिषेक किया उसके बाद भगवान नरसिंह की भव्य आरती की गई इस अवसर पर बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ प्रातः काल में भगवान नरसिंह की विशेष पूजा अर्चना की गई उसके बाद देर शाम को पंडितों और धर्म आचार्यों के द्वारा भगवान नरसिंह का पाठ और आरती की गई मान्यता है कि जोशीमठ में भगवान नरसिंह शांत रूप में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं यहां पर भगवान नरसिंह की स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य के द्वारा की गई थी और वे उनके आराध्य देव माने जाते हैं शंकराचार्य जी ने नरसिंह मंदिर में ही भगवान नरसिंह की पूजा अर्चना की थी यहीं पर भगवान बद्री विशाल की पावन गद्दी भी विराजमान रहती है जिसकी शीतकाल में पूजा की जाती है