जोशीमठ क्षेत्र की खुशहाली के लिए मनाए जाने वाला यह मेला बड़े ही हर्षोल्लास के साथ स्थानीय महिलाएं और पुरुष के आपसी सहयोग से लगता है इस मेले में महिलाएं घर से घी के दिए जलाकर मां चंडिका के दरबार में लाती है जिसे 24 घंटे तक मां चंडिका के दरबार में जलाया जाता है जिसे अखंड दिए का नाम दिया जाता है इस अवसर पर देव पूजा समिति के द्वारा आने वाले भक्तों के लिए प्रसाद की व्यवस्था की जाती है इससे पहले गांव के दो पुरुषों को उच्च हिमालई क्षेत्रों में ब्रह्मकमल लेने के लिए भेजा जाता है इस बार जोशीमठ रत्नेश पवार और सुशील थपलियाल ने उच्च हिमालई क्षेत्रों में पहुंचकर मां चंडिका के लिए ब्रह्म कमल लाकर मां चंडिका के दरबार को सजाया देव पूजा समिति नरसिंह मंदिर के अध्यक्ष और बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि इस मेले का आयोजन क्षेत्र की खुशहाली के लिए किया जाता है जिसमें मुख्य रूप से घी के दिए जलाए जाते है इस अवसर पर देव पूजा समिति के सदस्यों में मां भुनेश्वरी के पस्वा आदित्य भूषण सती, नरसिंह मंदिर के सभासद गौरव नंबूरी, उमेश सती, सतीश भट्ट, गोविंद प्रसाद भट्ट अनिल नंबूरी, विराज विष्ट, सरजीत सिंह राणा प्रकाश सती , आदि के साथ कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे