धाम में माता मूर्ति का एक दिवसीय कोथिक संपन्न हो गया है। इस मेले में स्थानीय लोगों के साथ बदरीनाथ धाम पहुंचे यात्रियों ने माता मूर्ति की पूजा अर्चना कर मनौती मागी।
बावन द्वादशी के अवसर पर भगवान बदरी विशाल अपनी माता मूर्ति के दर्शन के लिए माणा के ठीक सामने माता मूर्ति नामक स्थान पर पहुंचते हैं। सुबह 10 बजे बदरीनाथ मंदिर परिसर से भगवान बदरी विशाल की उत्सव मूर्ति बदरीनाथ के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी के संरक्षण में हजारों श्रद्धालुओं के साथ भजन-कीर्तन व बदरी विशाल के जयकारों के साथ बदरीनाथ से तीन किलोमीटर पैदल माता मूर्ति पहुंचती है यहां रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने विधि विधान के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मां मूर्ति की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर मां मूर्ति के लिए बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से राजभोग लगाया गया। इसे प्रसाद के रूप में माणा गांव के ग्रामीणों को विशेष रूप से दिया गया। माणा गांव की महिलाओं ने पौंणा नृत्य कर सांस्कृतिक परंपराओं की याद दिलाई। पूजा अर्चना के बाद दोपहर तीन बजे माता मूर्ति का मेला संपन्न हुआ।