गुरूवार देर रात्रि को जिले में अतिवृष्टि एवं बादल फटने से देवाल ब्लाक के दूरस्थ फल्दिया गांव में भारी नुकसान हुआ है। फल्दियां गांव के ऊपर जंगल में बादल फटने से गांव में मलवा घुसने के कारण 12 आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हुए है, जिससे दो लोग तथा कई मवेशी लापता हुए है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन एव पुलिस प्रशासन की टीम के द्वारा घटना स्थलों पर राहत एवं बचाव कार्य किए जा रहे है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने स्वयं भी घटना स्थल पर पहुंचकर क्षति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को हर संभव मदद दी जाएगी।
देवाल ब्लाक में उजनग्रा, तलोर, पदमल्ला, बामन बेरा व फल्दिया गांव में गुरूवार देर रात्रि करीब 10 बजे गांव के पीछ जंगल में बादल फटने से गांव के बीचों-बीच बरसाती गदेरों में भारी मलवा आ गया। इससे सबसे ज्याद नुकसान फल्दिया गांव में हुआ है। इस गांव में कई लोगों के आवासीय मकान, गौशालाएं क्षतिग्रस्त होने से जनहानि व पशुहानि हुई है। वही गांव के संपर्क मार्ग, पेयजल लाईन एवं कृषि भूमि का भी नुकसान हुआ है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने देवाल ब्लाक के दूरस्थ गांव फल्दिया पहुॅचकर नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों को हर संम्भव सहायता मुहैया कराने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस दुःख की घड़ी में प्रशासन पूरी तरह से प्रभावित लोगों के साथ खडी है। उन्होंने प्रभावित परिवारों को मौके पर ही अहैतुक सहायता के तहत 38-38 सौ रूपये के चैक एवं खाद्य सामग्री आटा, चावल, दाल, मसाले, तेल, पेयजल सहित कपडे, वर्तन, बाल्टी, तिरपाल, कंबल वितरित किए तथा प्रभावित परिवारों को ठहराने के लिए स्कूल एवं पंचायत भवन में अस्थाई व्यवस्था की गई।
डीएम ने एसडीएम को प्रभावित 12 परिवार, जिनके मकान पूर्ण या तीक्ष्ण क्षतिग्रस्त हुए है उनके प्रत्येक परिवार को मौके पर ही एक लाख, एक हजार, नौ सौ के चैक भी वितरित करने के निर्देश भी दिए जिलाधिकारी के निर्देश पर चिकित्सा टीम के द्वारा गांव में स्वास्थ्य कैंप भी लगाया गया है वही मलवे में दबे मिले मृत मवेशियों से कोई महामारी न फैले इसके लिए मृत मवेशियों को भी दफनाया जा रहा है। फल्दिया गांव में क्षतिग्रस्त पेयजल लाईन व संपर्क मार्ग को भी शीघ्र दुरूस्त कराने के निर्देश भी संबधित अधिकारियों को दिए गए है। एसडीएम, तहसीलदार, राजस्व उप निरीक्षक एवं पूरी आपदा टीम लापता दो लोगों की ढूंढ खोज में लगी है।
फल्दिया गांव में बादल फटने से 12 मकानें मलवे की चपेट में आ गई। मलवे के साथ पुष्पादेवी पत्नी रमेश राम उम्र 27 वर्ष एवं उनकी पुत्री ज्योति पुत्री रमेश राम उम्र 07 वर्ष लापता है। मलवे के साथ बहे मां और बेटी की तलाश जारी है। वही भारी मलवे के कारण 10 गौशालाएं क्षतिग्रस्त होने से 03 भैंस, 03 बछडे, 18 गाय और 24 मुर्गे भी आपदा की भेंट चढ गए। अभी 04 मवेशियों को मलवे से निकालकर दफनाया गया है। वही अतिवृष्टि से क्षति का आंकलन भी किया जा रहा है।
घटना स्थल पर एसडीएम केएस नेगी, तहसीलदार सोहन सिंह रांगड, आपदा प्रबन्धन अधिकारी एनके जोशी, जिला पूर्ति अधिकारी किशोरी लाल, सीओ पुलिस पीडी जोशी सहित सडीआरएफ, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्यो में जुटी है।