Home उत्तराखण्ड बढ़ती डैकती की घटनाएं, पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान

बढ़ती डैकती की घटनाएं, पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान

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रुद्रपुर/हल्द्वानी। रुद्रपुर की सिंह कालोनी एवं हल्द्वानी की प्रगति विहार कालोनी में हुई डकैती की वारदात में फिर एक समानता दिखाई दी। दोनों ही वारदातों में बदमाशों ने कुत्तों को नशा देकर बेहोश कर दिया था। हल्द्वानी की में हुई दो वारदातों एवं सिंह कालोनी में हुई वारदात में भी एक समानता है कि तीनों वारदातों में परिजनों को बंधक बनाया गया है। इससे यह माना जा रहा है कि तीनों वारदातों में एक ही गिरोह का हाथ हो सकता है। आदमी अपनी सुरक्षा के लिए घर में कुत्ता पालता है अथवा आधुनिक युग में सीसीटीवी कैमरे लगाता है, लेकिन बदमाशों ने इन दोनों ही चीजों का तोड़ निकाल लिया है। सवाल यह उठ रहा है कि आखिर लोग अपने घरों में सुरक्षित कैसे रहें। पुलिस डकैती की वारदातों को बदमाशों की संख्या कम दर्शा कर लूट की हल्की धाराओं में दर्ज कर रही है, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
गौरतलब है कि बीती 7/8 की रात में सिंह कालोनी में मार्केटिंग विभाग के सहायक विपणन अधिकारी नरेश चैहान के घर हुई वारदात में बदमाशों ने उनके जर्मन शैफर्ड डॉग को बेहोश कर दिया था। इसी तरह हल्द्वानी की प्रगति बिहार कालोनी में दुग्ध व्यवसायी सौरभ कौशल के घर में भी लेबरा डॉग था जिसे बेहोश कर दिया गया। दूसरी समानता यह है कि हल्द्वानी में पांच जून को भुवन चंद्र भट्ट, रुद्रपुर में आठ जून को नरेश चैहान एवं 14 जून को सौरभ कौशल के यहां बदमाशों ने परिजनों को बंधक बना कर लूट की वारदात को अंजाम दिया। पहली वारदात में भुवन चंद्र भट्ट की पत्नी राधा की हत्या भी कर दी गई थी और भुवन चंद्र दो दिन बाद अचेतावस्था में मिला। अभी तक भुवन चंद्र बयान देने की स्थिति में नहीं था, लिहाजा यहां तो अज्ञात के खिलाफ हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं रुद्रपुर में सिंह कालोनी में नरेश ने जो बयान दर्ज कराए उसमें भी तीन चार बदमाशों के अंदर होने का अंदेशा जताया। हालांकि इस आशंका से इंकार नहीं किया गया कि बदमाशों की संख्या चार से अधिक होगी, लेकिन पुलिस ने लूट का ही मुकदमा दर्ज किया।
हल्द्वानी में व्यवसायी सौरभ कौशल ने तो अपनी आंखों से पांच बदमाशों को देखा था, जिससे मामला डकैती का साफ बन रहा था। सौरभ ने मीडिया के सामने पुलिस को बदमाशों की संख्या पांच बताई, जिसमें कहा गया कि पहले दो लोग खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बता कर घुसे और तीन लोग बाद में घुसे। पुलिस ने जो रिपोर्ट लिखी, उसमें बदमाशों की संख्या चार दर्शा कर उसे डकैती में दर्ज करने के बजाय लूट में दर्ज किया। यह बेहद शर्मनाक स्थिति है जब पुलिस अपराधों को मिनिमाइजेशन कर रही हो। यहां बता दें कि दो जिलों में हुई तीन वारदातें अभी तक अनसुलझी पहेली बनी हुई हैं। वारदातों को अंजाम देने का तरीका मिलता जुलता होने के कारण एक ही गिरोह के होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। यह गिरोह उत्तर प्रदेश का होने की बात सामने आ रही है। यह वारदातें पुलिस के लिए चुनौती बनी हैं। अपराधी इतने शातिर हैं कि वह मोबाइल का प्रयोग नहीं कर रहे हैं, ताकि पुलिस उन तक पहुंच सके।

पुलिस ने जारी किया एक बदमाश का स्क्रेच
पुलिस ने सौरभ कौशल के घर हुई डकैती की वारदात में एक बदमाश का स्क्रेच जारी किया है। पुलिस ने सौरभ कौशल की मदद से एक बदमाश का स्क्रेच तैयार किया है। जिसे पुलिस ने जारी कर दिया है। लूट में शामिल बदमाश दिखने में स्क्रेच जैसा ही बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि संबंधित स्क्रेच जैसा कोई व्यक्ति दिखे तो पुलिस को सूचना दें। वहीं पुलिस की कई टीमें उत्तर प्रदेश के कई जिलों में डेरा डाले हुई हैं।

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